हर व्यक्ति एलोवेरा के फायदे के बारे में जानता है। ये औषीय पौधा है जिसके कई फायदे हैं। हम जिन फायदों के बारे में आज आपको बताएँगे उनके बारे में कम लोगों को ही मालूम होगा। आयुर्वेद में इसे संजीवनी पोधा भी कहा जाता है। पूरे विश्व में इसकी 400 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें से सिर्फ 4 प्रजातियां हीं हमें लाभ पहुंचाने में कारगर होती हैं।
एलोवेरा के फायदे :
- इसका प्रयोग पौष्टिक आहार के रूप में होता है।
- एक छोटे प्याले के सेवन से दिन-भर शरीर में ताकत बनी रहती है।
- यह बवासीर रोग में आराम पहुँचाती है।
- मधुमेह के रोगियों के लिए फ़ायदेमंद है।
- गर्भाशय के रोगों में यह चमत्कारी है।
- पेट से संबन्धित समस्याओं में में भी फायदेमंद है।
- जोड़ों के दर्द में आराम पहुँचा देता है।
- त्वचा की समस्याएँ जैसे मुंहासे, रूखी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग, आंखों के काले घेरों, फटी एड़ियों के लिए यह लाभप्रद है।
- यह खून की कमी को दूर करता है
- शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- जलने, कटने पर, अंदरूनी चोटों पर एलोवेरा अपने एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुण के कारण घाव को जल्दी भरता है।
- यह रक्त में शुगर लेवेल को नियंत्रित रखता है।
- यह मच्छर से त्वचा को सुरक्षित रखता है, इसमें प्राकृतिक रूप से मॉस्किटो रिपेलेंट गुण मौजूद होते हैं।
- एलोवेरा का इस्तेमाल जैल, बॉडी लोशन, हेयर जैल, स्किन जैल, शैंपू, साबुन, फेशियल फोम, हेयर स्पा इत्यादि के निर्माण में भी किया जाता है।
- एलोवेरा जेल या रस में मेहंदी में मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार व स्वस्थ होंगे।
- एलोवेरा के रस में नारियल के तेल की थोड़ी सी मात्रा मिलाकर कोहनी, घुटने व एड़ियों पर लगाकर धोने से इन जगहों पर पड़ने वाला कालापन दूर होता है।
- इसकी पत्तियों का सेवन करने से पेट में कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
- गुलाबजल में एलोवेरा का रस मिलाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा की नमी लौटती है।
- एलोवेरा के गूदे में मुलतानी मिट्टी या चंदन पावडर मिलाकर लगाने से त्वचा के कील-मुंहासे आदि लंबे समय के लिए मिट जाते हैं।
- यह पौधा कम पानी और कम उर्वरक मिट्टी में भी आसानी से पनप सकता है, इसलिए आप इसे बड़ी आसानी से ही अपने घर में छोटे गमलों में लगा सकते हैं।
- यह जलने कटने के घावों पर मरहम की तरह काम करने के साथ साथ उनके निशानों पर भी काम करता है।